Home / Hindi / Hindi Bible / Web / 1 Thessalonians

 

1 Thessalonians 3.12

  
12. और प्रभु ऐसा करे, कि जेसा हम तुम से प्रेम रखते हैं; वैसा ही तुम्हारा प्रेम भी आपस में, और सब मनुष्यों के साथ बढ़े, और उन्नति करता जाए।