Home / Hindi / Hindi Bible / Web / Romans

 

Romans 6.17

  
17. परन्तु परमशॆवर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के माननेवाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।