Home
/
Marathi
/
Marathi New Testament
/
Web
/
Romans
Romans 4.15
15.
नियमशास्त्र क्रोधाला कारण होत; कारण कीं जेथ नियमशास्त्र नाहीं, तेथ उल्लंघनहि नाहीं.